Gram Procurement : चना खरीद का लक्ष्य हासिल करने से क्यों पिछड़ गया राजस्थान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर चना बेचने क्यो! आगे नहीं आए रजिस्टर्ड किसान ( Farmer ) और अब सरकार क्यों बढ़वाना चाहती है! राजस्थान सरकार ने केंद्र से न्यूनतम समर्थन मूल्य ( MSP ) पर चना खरीद के लिए एक माह का और वक्त मांगा है! ताकि किसानों को लाभ मिले और इसकी खरीद को लेकर दिए गए टारगेट को पूरा किया जा सके! अभी राजस्थान केंद्र द्वारा दिए गए खरीद टारगेट से काफी पीछे है!
Gram Procurement
सूबे के सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने बताया कि जब खरीद की शुरूआत हुई थी! तब चने का भाव ( Gram Price ) ओपन मार्केट में एमएसपी ( Gram MSP ) से ज्यादा था! बाजार भाव ज्यादा होने से किसानों ने MSP ( Minimum Support Price ) पर चना बेचने में रूचि नहीं ली! लेकिन अब बाजार भाव कम होने से किसान ( Farmer ) एमएसपी पर चना बेचने में दिलचस्पी दिखा रहे है! इसलिए खरीद की तारीख एक महीने के लिए बढ़ा दी जाए!
आंजना ने बताया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर राज्य में चना की खरीद ( Gram Procurement ) 1 अप्रैल से शुरू हुई थी! किसानों की सुविधा के लिए 635 खरीद केंद्र बनाए गए थे! न्यनूतम समर्थन मूल्य ( Minimum Support Price ) पर 29 जून तक पूरी हुई! खरीद में राजस्थान स्टेट कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन (राजफेड) द्वारा 129957 किसानों से 2.98 लाख मीट्रिक टन चना खरीदा गया है! जिसके बदले उन्हें 1562 करोड़ रुपये की पेमेंट की गई है!
कितना चना खरीदने का था लक्ष्य : Gram Procurement
बता दें कि राजस्थान प्रमुख चना उत्पादक प्रदेश है! जहां इस साल इसका उत्पादन रिकॉर्ड 27.2 लाख मीट्रिक टन होने का अनुमान लगाया गया है! इसमें से 3 लाख मिट्रिक टन की भी सरकारी खरीद ( Gram Procurement ) नहीं हुई! जबकि 5.98 लाख मीट्रिक टन खरीद का लक्ष्य तय किया गया था! चने की सबसे ज्यादा 8.02 लाख मीट्रिक टन खरीद मध्य प्रदेश ( Madhya Pradesh ) में हुई है! दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र है जहां पर 7.60 लाख मीट्रिक टन चना खरीदा जा चुका है! गुजरात में भी 5.59 लाख मीट्रिक टन चना खरीदा गया है!
किसानों ने सरकार को नहीं बेची सरसों
सहकारिता मंत्री आंजना ने बताया! कि भारत सरकार द्वारा सरसों की एमएसपी ( MSP ) 5050 रुपये प्रति क्विंटल घोषित की गई है! जबकि राज्य की विभिन्न मंडियों में सरसों समर्थन मूल्य से ऊपर के रेट पर लगभग 7200 रुपये प्रति क्विंटल तक बिक रही है! राज्य में सरसों का बाजार भाव ज्यादा होने के कारण किसानों ( Farmers ) को इसका अच्छा फायदा मिला! ऐसे में उन्होंने न्यूनतम समर्थन मूल्य ( Minimum Support Price ) पर सरकार को सरसों बेचने में रुचि नहीं ली!
पिछले साल से अधिक हुई खरीद
सहकारिता विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रेया गुहा ने चना खरीद के बारे में जानकारी दी! उन्होंने बताया कि! रबी सीजन वर्ष 2021-22 में 17464 मीट्रिक टन चना 8599 किसानों से खरीदा गया था! जिसकी राशि 89 करोड़ रुपये थी! पिछले सीजन की तुलना में इस सीजन में 1562 करोड़ रुपये की खरीद 1.29 लाख किसानों ( Farmers ) से की गई है! जो उत्साहजनक है! किसानों को उपज बेचने के लिए उनके गांव के नजदीक ही खरीद केंद्र की सुविधा दी गई थी!
किसानों को कितना मिला पैसा : Gram Procurement
राजफेड की एमडी उर्मिला राजोरिया ने बताया! कि इस साल 1,48,577 किसानों ( Farmers ) ने चना बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया था! इन सभी को चना बेचने की तारीख आवंटित की गई थी! लेकिन इसमें से मात्र 1,29,957 किसानों ने ही बेचा! उन्होंने सरकारी खरीद केंद्रों पर 2,98,685.74 मिट्रिक टन चना बेचा! उन्होंने बताया कि! चना बेचान करने ( Gram Procurement ) वाले 77,509 किसानों को 872.71 करोड़ रुपये की पेमेंट की जा चुकी है! बाकी बचे 52448 किसानों को 689.42 करोड़ रुपये जल्दी ही दे दिए जाएंगे!
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