EPFO Pension Hike : कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ( Employees’ Provident Fund Organization ) ने कर्मचारी पेंशन योजना के तहत ज्यादा पेंशन पाने के विकल्प के लिए डेडलाइन बढ़ा दी है. पहले इसकी डेडलाइन आज यानी 11 जुलाई, 2023 र्च को समाप्त हो रही थी, लेकिन अब 03 मई तक इसका विकल्प चुना जा सकता है. हालांकि इस बीच ज्यादा कर्मचारी पेंशन योजना ( Employees Pension Scheme ) पाने वाले विकल्प को लेकर बहसें शुरू हो गई हैं. कुछ लोग इसके फायदे गिना रहे हैं, तो कुछ लोग इसे घाटे का सौदा बता रहे हैं. आज हम यही जानने का प्रयास करेंगे कि ज्यादा पेंशन का विकल्प चुनना कितना फायदेमंद है और इससे क्या नुकसान हो सकते हैं
EPFO Pension Hike
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ( Employees’ Provident Fund Organization ) से ज्यादा पेंशन पाने के लिए जो Higher Pension Scheme निकाली गई है, उसके लिए अप्लाई करने का आज आखिरी दिन है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने 11 जुलाई, 2023 तक के लिए इस कर्मचारी पेंशन योजना ( Employees Pension Scheme की डेडलाइन बढ़ाई थी. पिछली डेडलाइन 26 जून को EPFO ने बताया था कि वो इसके लिए 15 दिनों का और टाइम देते हुए डेडलाइन को खिसका रहा है. EPFO Higher Pension Scheme के लिए तीन बार डेडलाइन खिसकाई जा चुकी है,
पेंशनर्स की चिकित्सा सुविधाएं भी सीमित
केंद्रीय श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव को लिखे पत्र में संघर्ष समिति ने कहा है कि ईपीएस-95 (EPS-95) पेंशनर्स की पेंशन राशि बहुत कम है. इसके अलावा चिकित्सा सुविधाएं भी सीमित हैं. इस कारण पेंशनर्स की मृत्यु दर बढ़ रही है. पत्र में यह भी कहा गया कि यदि इस पेंशन राशि में 15 दिन के अंदर बढ़ोतरी की घोषणा नहीं की गई तो देशव्यापी आंदोलन किया जाएगा. इसके तहत रेल और सड़क परिवहन को रोकना और सामूहिक आमरण अनशन जैसे कदम उठाने की चेतावनी दी गई है.
EPFO Pension Hikeक्या आपको चुनना चाहिए
रिटायरमेंट प्लानिंग के लिहाज से ये स्कीम काफी अहम है. अगर आप अपने PF और EPS अकाउंट में जो पैसे कटते हैं, उसके साथ ही आप और सेविंग्स कर सकते हैं. इसके तहत आपके लिए रिटायरमेंट फंड तैयार होता रहता है और हायर पेंशन स्कीम की मदद से आपके लिए और बड़ा फंड जुटता है. अगर आपको लगता है कि आपके पास रिटायरमेंट के बाद इनकम का कोई सोर्स नहीं होगा, जैसे कि आपकी कोई पेंशन नहीं होगी, एनुइटी प्लान नहीं है या फिर कोई और इन्वेस्टमेंट प्लान नहीं है तो आप Higher Pension Scheme के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
इस कारण पड़ा EPS-95 नाम
सबसे पहले आपको बता दें कि कर्मचारी पेंशन योजना का लाभ कुछ साल पहले तक बहुत कम लोगों को मिलता था. पहले इसका लाभ सिर्फ सरकारी कर्मचारी ही उठा सकते थे. हालांकि बाद में सरकार ने इस योजना का विस्तार किया और सामाजिक सुरक्षा का लाभ प्राइवेट सेक्टर में काम करने वालों को भी मिलने लगा. यह बदलाव हुआ साल 1995 में और इसी कारण स्कीम को ईपीएस-95 यानी कर्मचारी पेंशन योजना-1995 के नाम से भी जाना जाता है.
EPFO जानें नए बदलाव के असर
अब जानते हैं कि नए बदलाव का क्या असर होगा सबसे पहले यह जान लीजिए कि कर्मचारी पेंशन योजना ( Employees Pension Scheme में कर्मचारी अपनी ओर से कोई योगदान नहीं देता है. कंपनी की ओर से जो कुल 12 फीसदी का योगदान दिया जाता है, उसमें से ही 8.33 फीसदी हिस्सा ईपीएस ( EPS ) में जाता है. चूंकि पेंशन योग्य सैलरी की लिमिट 15 हजार है, इस कारण ईपीएस का योगदान भी 1,250 रुपये पर सीमित हो जाता है. कंपनी के अंशदान में इससे ज्यादा जो भी रकम होती है, वह ईपीएफ में चली जाती है. अब चूंकि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ( Employees’ Provident Fund Organization ) में बढ़ा योगदान भी कंपनी के हिस्से से जाना है,
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